कटनी । प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस शासकीय तिलक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कटनी में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं रेड रिबन क्लब एनसीसी के संयुक्त तत्वावधान में तंबाकू निषेध दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभावों से अवगत कराना और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना था। कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं के आयोजित की गई। यह आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुनील बाजपेई की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा नशा न करने हेतु मिनी मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना जिला संगठक डॉ. रुक्मणी प्रताप सिंह ने तंबाकू निषेध दिवस पर उपस्थित विद्यार्थियों एवं स्टाफ को तंबाकू का सेवन न करने एवं तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान और एक स्वस्थ जीवन के लिए तंबाकू छोड़ने के महत्व के बारे में लोंगो को जागरूक करने की शपथ दिलाई। तंबाकू सेवन से जुड़े सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी खतरों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आज का युवा वर्ग यदि तंबाकू जैसे व्यसनों से दूर रहता है, तो न केवल वह स्वयं स्वस्थ्य रहेगा बल्कि एक सशक्त राष्ट्र के निर्माण में भी योगदान देगा।
क्रीड़ा अधिकारी वीरेंद्र कुमार पटेल ने तंबाकू सेवन से जुड़ी बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग और फेफड़ों की समस्याओं की वैज्ञानिक जानकारी साझा की। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हर साल लाखों लोग तंबाकू से होने वाली बीमारियों के कारण असमय मृत्यु का शिकार होते हैं। यह केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है कि हम मिलकर इस समस्या से लड़ें।
युवाओं ने नारों के माध्यम से भी भी तंबाकू निषेध के बारे में जागरूक किया “सिगरेट जलाओ नहीं – जीवन जलाओ नहीं” जैसे प्रेरणादायक संदेशों ने सबका ध्यान आकर्षित किया। महाविद्यालय के एनएसएस प्रभारी और हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ. माधुरी गर्ग, एनसीसी अधिकारी डॉक्टर सरदार दिवाकर ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और तंबाकू लत के बीच के संबंधों पर व्याख्यान देते हुए कहा कि अक्सर युवा तनाव और असुरक्षा की स्थिति में तंबाकू की ओर आकर्षित होते हैं, जबकि उन्हें सकारात्मक संवाद, परामर्श और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना, रेड रिबन क्लब एवं एनसीसी के स्वयंसेवकों की उपस्थिति रही।


