साधुराम स्कूल, पुराने कोर्ट परिसर एवं समकित अपार्टमेंट में रेस्क्यू का पूर्वाभ्यास

कलेक्टर एवं एसपी ने नालंदा स्कूल में बने अस्थायी राहत शिविर का किया निरीक्षण

कंट्रोल रूम से पूरी मॉक ड्रिल को किया गया मॉनीटर

मॉकड्रिल के पल-पल की गतिविधि पर कंट्रोल रूम से रखी जा रही थी नजर
कटनी (07 मई) – कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने जिलेवासियों से अपील करते हुये कहा कि मॉक ड्रिल सामान्य प्रक्रिया है। इसमें कोई पैनिक न करें और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये नागरिकों को तैयार करने और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के उद्देश्य से बुधवार को सायं 4 बजे से रात्रि 8 बजे तक “मॉकड्रिल” किया गया। मॉक ड्रिल के दौरान कटनी शहर के पूर्व चयनित स्थान क्रमश: साधुराम स्कूल, पुराना कोर्ट परिसर एवं समकित अपार्टमेंट में एक नियत अंतराल पर आपातकालीन स्थितियां निर्मित कर राहत, बचाव एवं उपचार कार्य किया गया।
कटनी नगर स्थित साधुराम स्कूल परिसर मे आपातकालीन स्थिति से निपटने मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मॉक ड्रिल के तहत आग लगने के कारण आपातकालीन स्थिति की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, चिकित्सा विभाग, नगर निगम तथा अग्निशमन सहित अन्य संबंधित विभागों की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं। पूरे मॉक ड्रिल की निगरानी स्वयं कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव कर रहे थे। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन, सीईओ जिला पंचायत शिशिर गेमावत, अपर कलेक्टर साधना परस्ते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहेरिया एवं निगमायुक्त नीलेश दुबे मौके पर मौजूद रहे।
मॉकड्रिल के दौरान सभी विभागों ने समन्वय के साथ राहत और बचाव कार्यों का सफल क्रियान्वयन किया। इस दौरान आयुक्त नगर निगम श्री दुबे सहित नगर निगम के अग्निशमन विभाग, अन्य विभाग और एसडीआरएफ की टीम, नागरिक सुरक्षा बल, एनसीसी, अतिक्रमण दस्ता, एंबुलेंस सहित जिला चिकित्सकों की टीम मौके पर मौजूद रहीं। बुधवार को दोपहर 4 बजे के आस-पास जब कन्ट्रोल रुम से सूचना मिली की पुरानी कचहरी परिसर में भीषण आग लगी है जिस पर संबंधी विभाग अपने संसाधनों के साथ तत्काल वहां पहुचा और बचाव के उपायों को अपनाने का अभ्यास किया गया।
कलेक्टर श्री यादव के मार्गदर्शन में संचालित मॉक ड्रिल के दौरान आपात स्थिति में नागरिकों के राहत एवं बचाव की तैयारियों का मॉक ड्रिल किया गया।
रेस्क्यू आपरेशन
आपातकालीन स्थिति से निपटनें एवं नागरिक सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए माकड्रिल के द्वितीय चरण के तहत किसी बिल्डिंग के क्षतिग्रस्त होनें की दशा में रेस्क्यू ऑपरेशन का आयोजन पुराना कोर्ट परिसर तथा सिविल लाइन स्थित समकित अपार्टमेंट में किया गया। इस दौरान पुराने कोर्ट परिसर में आपातकाल की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए नागरिक सुरक्षा हेतु डेमेज हुई बिल्डिंग से लोगों को लिफ्टिंग के माध्यम से बाहर निकालनें का रेस्क्यू और टेंपरेरी अस्पताल बनानें की माक ड्रिल का अभ्यास किया गया। इसी तरह समकित अपार्टमेंट में संभावित दुर्घटना को देखते हुए अपार्टमेंट में निवासरत महिला, पुरूष, युवाओं एवं बच्चों को एवं को सीढि़यों के माध्यम से सुरक्षित बाहर निकाला जाकर नालंदा स्कूल में बनाये गये अस्थायी राहत केन्द्र में बस के माध्यम से भेजा गया।
कलेक्टर ने किया राहत शिविर का निरीक्षण
मॉक ड्रिल के दौरान कलेक्टर ने नालंदा स्कूल में बनाए गए अस्थाई राहत शिविर का निरीक्षण किया और यहां लाये गये लोगों से चर्चा भी की। साथ ही लिए उपलब्घ भोजन एवं अन्य व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।


